बरेली जिले की पुलिस भ्रष्ट, रिश्वतखोर और बेईमान हो गई है। एसएसपी ने बड़ी घटनाओं के खुलासे और स्पेशल टास्क के लिये क्राइम ब्रांच की स्पेशल विंग का गठन किया था। लेकिन क्राइम ब्रांच वसूली में लग गई है। खनन, कच्ची शराब, पशु तस्करों, गौकशी, जुआ, सट्टा और स्मैक तस्करों से उगाही उसका मुख्य धंधा है। स्पेशल विंग का दरोगा सिपाही हर महीने एक लाख से लेकर दो लाख रुपये तक की काली कमाई करता है। वसूली का हिस्सा बांट करते और झगड़ा करते क्राइम ब्रांच के एक साथ कई वीडियो वायरल हो गये हैं। इस वजह से खाकी में खलबली मची है।क्राइम ब्रांच का इतिहास काफी रंगीन रहा है। लेडी सट्टा माफिया राबिया अख्तर से साठगांठ के मामले में पिछले दिनों क्राइम ब्रांच के सिपाही तैयब अली, रवि प्रताप सिंह और पुष्पेंद्र का डीआईजी रेंज राजेश पांडेय ने गैर जनपद ट्रांसफर कर दिया था। उनकी प्रॉपर्टी की भी जांच कराई जा रही है। अब क्राइम ब्रांच में भ्रष्टाचार के वीडियो का बम फूट गया है। सटोरियों से लेकर शराब तस्करों, खनन माफिया, पशु तस्करों के पुलिसिया गठजोड़ के वीडियो सामने आये हैं। जिसमें हिस्से के बंटवारे को लेकर पुलिस वाले झगड़ रहे हैं।